देश में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 तय करेंगे भारत का भविष्य – IPAP

  • मध्यप्रदेश में सरकार केवल योजनाओं का नाम बदल रही है। “नेक इंसान” योजना बनी अब “राहवीर”, 3 वर्षों से इस योजना के खाते में नहीं है पैसा
  • भोपाल। मध्यप्रदेश में सड़क हादसों में गंभीर रूप से घायल लोगों की मदद करने के लिए शुरू की गई ‘नेक इंसान’ योजना को अब ‘राहवीर’ योजना का नाम दे दिया गया है। यह योजना दुर्घटना में घायलों की मदद करने वाले नेकदिल लोगों को सरकार की तरफ से 25 हजार रुपये देने के लिए बनाई गई थी। योजना की घोषणा 17 मई 2023 को की गई थी, लेकिन अभी तक इस योजना के तहत कोई भुगतान नहीं किया गया है। हादसों में मदद करने वाले 40 से अधिक लोगों को अब तक कोई सम्मान निधि नहीं मिली है।
  • इस योजना को लागू करने का उद्देश्य था कि दुर्घटनाग्रस्त लोगों की जान बचाई जा सके और मदद करने वालों को प्रोत्साहित किया जा सके। योजना के तहत चयनित लोगों को 25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की बात थी, लेकिन बजट का प्रावधान न होने के चलते पिछले 3 वर्षों से इसके लिए किसी भी प्रकार की राशि स्वीकृत नहीं की गई है।
  • मदद की लेकिन इनाम नहीं मिला: जमीनी हकीकत—
  1. कटनी घटना – 24 घंटे में घायल सिंह की त्वरित मदद: मई 2023 की घटना में जब एक युवक को सड़क दुर्घटना में गंभीर चोट आई तो दो लोगों ने तुरंत मदद की। उसे अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे उसकी जान बच गई। लेकिन आज तक उन्हें कोई सहायता या सम्मान राशि नहीं मिली।

  2. रीवा जिला – जान बचाई, लेकिन इनाम नहीं: अप्रैल 2023 में एक घायल निवासियों को सड़क से उठाकर अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को भी कोई प्रोत्साहन नहीं मिला।

  3. भोपाल – चिकित्सकीय जांच और इलाज में मदद की: एक राहगीर ने घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया और उसके इलाज में मदद की, लेकिन अभी तक कोई प्रशंसा या सहायता नहीं मिली है।

  • सरकारी विभागों की लापरवाही और बजट न होने के कारण इस योजना का उद्देश्य अधूरा रह गया है। ना ही कोई सम्मान निधि दी गई और ना ही किसी प्रकार की सराहना। अब योजना का नाम बदलकर ‘राहवीर’ कर दिया गया है लेकिन क्रियान्वयन और सहायता का अभाव बरकरार है।

देश में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 तय करेंगे भारत का भविष्य – IPAP

देश में इस वर्ष लोकसभा चुनाव 2024 होंगे जो आगे आने वाले भारत का भविष्य सुनिश्चित करेंगे. भारत में 75 वर्षों की स्वतंत्रता के बाद हुई प्रगति और आगे आने वाले 25 वर्षों में भारत को अपने कौन से मापदंड निश्चित करना है उन मापदंडों को निर्धारित करने के लिए लोकसभा चुनाव 2024 अत्यंत ही महत्वपूर्ण है. वैश्विक कोरोना महामारी के बाद आर्थिक रूप से पिछड़ते जा रहे भारत और एक प्रकार से युवाओं की बड़ी संख्या में बेरोजगारी है जिसके कारण बेरोजगारी भारत मे महत्वपूर्ण मुद्दा है। उक्त विचार इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी केराष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित पुरूषोत्तम तिवारी ने व्यक्त किये और साथ ही उन्होंने कहा कि 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को हम मुफ्त में अनाज बांटने की योजना संचालित कर रहे हैं, यह इस बात का मूल्यांकन है कि भारत मे ये 80 करोड़ लोग हैं वो दो वक्त की रोटी भी अपनी कमाई में नहीं जुटा पाते हैं। जितनी लागत से हम 80 करोड़ लोगों को भोजन देने का प्रयास कर रहे हैं उसकी कीमत लगभग साढ़े छःलाख करोड़ रुपये होती है, इससे आधी कीमत में हम लोगों को रोजगार प्रारंभ करवा सकते हैं, जिसमें हम रोजगार करने वाले के साथ साथ 5 अन्य लोगों को भी रोजगार दिलासकते हैं। भारत मे समृद्ध भारत का नारा तो लगाया जाता है लेकिन समृद्ध भारत के लिए प्रयास बिल्कुल नहीं किये जाते हैं । इन्ही सब परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए इंडियन पीपुल्स अधिकार पार्टी ने भारत मे परिवर्तन लाने के उद्देश्य से निम्नलिखित राज्योंअसम,बिहार, छत्तीसगढ़, गोआ,गुजरात, हरियाणा, हिमांचल प्रदेश,झारखंड, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, जम्मू, दादर नागर हवेली एवं दमन दीव में लोकसभा चुनाव में अपने प्रत्याशियों के उतारेंगे। इन 398 क्षेत्रों में वैज्ञानिक , डॉक्टर, वकील, पत्रकार, इंजीनियर के साथ ही जमीन से जुड़े छोटे कार्यकर्ता,व्यापारी जिसमें रेहड़ी वाले व अन्य व्यापारी वर्ग, धार्मिक इत्यादि क्षेत्रों से जुड़े लोगों को प्रत्याशी बनाया जाएगा।